दुनिया के 5 सबसे मज़ेदार खेल– हंसी रोकना हो जाएगा मुश्किल!
खेल का मतलब सिर्फ प्रतियोगिता और फिटनेस ही नहीं होता, बल्कि इसमें मनोरंजन भी बहुत ज़रूरी है। दुनिया भर में ऐसे कई मज़ेदार खेल खेले जाते हैं, जिन्हें देखकर हंसी रोकना मुश्किल हो जाता है। तो आइए जानते हैं दुनिया के 5 सबसे मजेदार और अनोखे खेलों के बारे में!
1. मज़ेदार खेल- चेहरों की जबरदस्त प्रतियोगिता (Gurning Championship)
अगर आप सोचते हैं कि खेल सिर्फ दौड़ने, कूदने या गेंद से खेलने तक सीमित होते हैं, तो आपको गर्निंग चैंपियनशिप (Gurning Championship) के बारे में जानकर हैरानी होगी! यह दुनिया के सबसे अजीबोगरीब और मजेदार खेलों(मज़ेदार खेल) में से एक है, जिसमें खिलाड़ी अजीब चेहरे (funny faces) बनाकर प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं।

गर्निंग क्या होता है?
गर्निंग का मतलब होता है चेहरे को बेहद अजीब, डरावना या मजाकिया तरीके से बिगाड़ना। इसमें लोग अपने होठों, आंखों, नाक और पूरी शक्ल को ऐसा मोड़ते हैं कि देखने वाले हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएं।
गर्निंग चैंपियनशिप की शुरुआत कैसे हुई?
गर्निंग चैंपियनशिप की शुरुआत इंग्लैंड के एग्रामोंट क्रैब फेयर (Egremont Crab Fair) में हुई थी। यह मेला पहली बार 1267 में आयोजित हुआ था, जो इसे दुनिया के सबसे पुराने मेलों में से एक बनाता है। इसी मेले में गर्निंग वर्ल्ड चैंपियनशिप भी शुरू हुई, और तब से यह एक मजेदार परंपरा बन गई।
गर्निंग चैंपियनशिप के नियम
इस अनोखी प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को एक विशेष फ्रेम (जिसे “Horse Collar” कहते हैं) के अंदर सिर डालकर अजीब चेहरे बनाने होते हैं। जजेस यह तय करते हैं कि सबसे अजीब और अनोखा चेहरा किसने बनाया है।
गर्निंग के प्रसिद्ध चैंपियन
- पीटर जैकसन (Peter Jackson) – चार बार के गर्निंग चैंपियन।
- एनी वुड्स (Anne Woods) – 27 बार इस प्रतियोगिता को जीत चुकी हैं, जो एक रिकॉर्ड है!
गर्निंग क्यों इतना लोकप्रिय है?
- यह पूरी तरह से मजेदार और अनोखा खेल है।
- कोई भी इसमें हिस्सा ले सकता है – बच्चे, बड़े, बूढ़े सभी।
- देखने वाले हंसी रोक नहीं पाते और माहौल खुशनुमा बन जाता है।
गर्निंग चैंपियनशिप एक ऐसा खेल है, जिसमें कोई ताकत या स्पीड नहीं चाहिए – बस आपको अपना सबसे अजीब और फनी चेहरा बनाना आता हो! यह अनोखी प्रतियोगिता हमें यह सिखाती है कि खेल सिर्फ जीतने के लिए नहीं, बल्कि एन्जॉय करने के लिए भी होते हैं।
2. मज़ेदार खेल- पत्नी उठाने की दौड़ (Wife Carrying Race)
वाइफ कैरिंग रेस (Wife Carrying Race) एक अनोखा और मजेदार खेल है, जिसमें पति को अपनी पत्नी को अपनी पीठ पर उठाकर एक बाधा-युक्त ट्रैक को पार करना होता है। इस रेस में न केवल ताकत बल्कि संतुलन और टीमवर्क भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। यह खेल पूरी दुनिया में अपनी अनोखी परंपरा और हास्यास्पद दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।

इस खेल की शुरुआत कहाँ हुई?
वाइफ कैरिंग रेस की शुरुआत फिनलैंड में हुई थी। इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है कि 19वीं सदी में “रोनकाइनन द रॉबर” नामक एक चोर रहता था, जो गांवों से महिलाओं को उठाकर भाग जाता था। इसी कहानी से प्रेरित होकर इस खेल की शुरुआत हुई। आज यह खेल फिनलैंड के सोनकजारवी (Sonkajärvi) नामक शहर में एक वार्षिक प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया जाता है।
खेल के नियम क्या हैं?
इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले जोड़ों को कुछ नियमों का पालन करना होता है:
- पत्नी का वजन कम से कम 49 किलोग्राम होना चाहिए। यदि पत्नी का वजन कम है, तो उसे अतिरिक्त वजन जोड़कर संतुलित किया जाता है।
- ट्रैक की लंबाई 253.5 मीटर होती है। इसमें पानी, बालू और अन्य बाधाएं होती हैं, जिन्हें पार करना होता है।
- विभिन्न कैरिंग स्टाइल की अनुमति है। अधिकतर प्रतियोगी “एस्टोनियन स्टाइल” अपनाते हैं, जिसमें पत्नी को उल्टा लटकाकर पति की पीठ पर रखा जाता है।
- अगर पति पत्नी को गिरा देता है, तो उसे पेनल्टी लगती है।
- जो जोड़ा सबसे तेज समय में ट्रैक पूरा करता है, वह विजेता बनता है।
पुरस्कार क्या होते हैं?
इस खेल(मज़ेदार खेल) में जीतने वाले को उसकी पत्नी के वजन के बराबर बीयर दी जाती है। साथ ही, विजेताओं को नकद पुरस्कार और ट्रॉफी भी मिलती है।
यह खेल कहाँ-कहाँ होता है?
हालांकि वाइफ कैरिंग रेस की शुरुआत फिनलैंड में हुई थी, लेकिन अब यह कई देशों में लोकप्रिय हो चुका है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एस्टोनिया और चीन में भी इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
वाइफ कैरिंग रेस क्यों इतनी लोकप्रिय है?
- मजेदार और अनोखा खेल – यह खेल देखने और खेलने, दोनों के लिए ही बहुत मनोरंजक होता है।
- टीमवर्क और संतुलन की परीक्षा – इसमें पति-पत्नी का तालमेल और संतुलन महत्वपूर्ण होता है।
- परंपरा और संस्कृति से जुड़ा खेल – यह खेल एक ऐतिहासिक कहानी से जुड़ा हुआ है।
- सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला स्पोर्ट्स – इस खेल के वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर खूब वायरल होती हैं।
वाइफ कैरिंग रेस न केवल एक मनोरंजक खेल है, बल्कि यह दुनिया भर में जोड़ों को साथ लाने और उनके बीच की समझ को मजेदार तरीके से परखने का माध्यम भी है।
3. मज़ेदार खेल- ऑक्टोपस रेसलिंग (Octopus Wrestling)
दुनिया में कई अजीबोगरीब खेल(मज़ेदार खेल) खेले जाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी “ऑक्टोपस रेसलिंग” के बारे में सुना है? यह एक अनोखा और रोमांचक खेल(मज़ेदार खेल) था, जो 20वीं सदी में खासा लोकप्रिय हुआ था। इस खेल में गोताखोर समुद्र में जाकर विशाल ऑक्टोपस से कुश्ती लड़ते थे। यह जितना मज़ेदार लगता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता था!

ऑक्टोपस रेसलिंग क्या है?
ऑक्टोपस रेसलिंग एक पानी के नीचे खेले जाने वाला खेल(मज़ेदार खेल) था जिसमें स्कूबा या फ्री डाइविंग करने वाले प्रतियोगी समुद्र में जाकर एक ऑक्टोपस को पकड़ने और उसे पानी से बाहर निकालने की कोशिश करते थे। यह खेल मुख्य रूप से 1950 और 1960 के दशक में अमेरिका के वॉशिंगटन राज्य और कुछ अन्य तटीय क्षेत्रों में लोकप्रिय था।
खेल के नियम
इस खेल के कुछ नियम तय किए गए थे:
- प्रतियोगी को बिना किसी हथियार के ऑक्टोपस से कुश्ती करनी होती थी।
- उनका लक्ष्य ऑक्टोपस को समुद्र की गहराइयों से सतह तक लाना होता था।
- जो प्रतियोगी सबसे बड़े और भारी ऑक्टोपस को पकड़ता था, वह विजेता माना जाता था।
- यह खेल टीमों में भी खेला जाता था, जहाँ एक टीम ऑक्टोपस को बाहर निकालने में एक-दूसरे की मदद करती थी।
ऑक्टोपस रेसलिंग की शुरुआत
इस खेल की शुरुआत 1940-50 के दशक में हुई थी और 1963 में यह इतना प्रसिद्ध हुआ कि “वर्ल्ड ऑक्टोपस रेसलिंग चैंपियनशिप” तक आयोजित की गई। यह चैंपियनशिप वॉशिंगटन में आयोजित होती थी, और इसमें बड़ी संख्या में गोताखोर हिस्सा लेते थे। 1963 की प्रतियोगिता में लगभग 5,000 दर्शकों की भीड़ मौजूद थी!
खेल से जुड़े रोचक तथ्य
- सबसे बड़ा ऑक्टोपस – इतिहास में रिकॉर्ड किया गया सबसे बड़ा ऑक्टोपस करीब 60 किलोग्राम का था, जिसे प्रतियोगियों ने पकड़कर बाहर निकाला था।
- खेल के दौरान खतरे – यह खेल रोमांचक था, लेकिन खतरनाक भी था क्योंकि ऑक्टोपस अपनी चूषण करने वाली भुजाओं से गोताखोरों को जकड़ सकता था और उनके लिए सांस लेना मुश्किल कर सकता था।
- टीवी और मीडिया कवरेज – 1960 के दशक में यह खेल इतना लोकप्रिय हो गया था कि इसे टेलीविजन और अख़बारों में भी कवर किया जाता था।
ऑक्टोपस रेसलिंग क्यों बंद हुआ?
समय के साथ, इस खेल पर पर्यावरणविदों और पशु प्रेमियों ने आपत्ति जतानी शुरू कर दी। ऑक्टोपस को पकड़ने और समुद्र से बाहर निकालने से उनकी जान को खतरा होता था। 1970 के दशक तक इस खेल को क्रूर माना जाने लगा और इसे बंद कर दिया गया। आज, समुद्री जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह के खेलों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ऑक्टोपस रेसलिंग एक अनोखा और साहसिक खेल था, जिसने कुछ दशकों तक लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। हालांकि, समय के साथ लोगों में जागरूकता बढ़ी और यह खेल बंद हो गया। आज यह एक बीते जमाने की मज़ेदार लेकिन अजीबोगरीब कहानी बनकर रह गया है।
4. मज़ेदार खेल- चीज़ रोलिंग (Cheese Rolling)
क्या आपने कभी किसी खेल के बारे में सुना है जिसमें लोग पहाड़ी से लुढ़कते हुए नीचे जाते हैं, सिर्फ़ एक चीज़ के लिए? यह चीज़ और कुछ नहीं बल्कि एक गोल चीज़ (Cheese) का टुकड़ा है! जी हां, हम बात कर रहे हैं चीज़ रोलिंग (Cheese Rolling) की, जो दुनिया के सबसे मज़ेदार और अजीबोगरीब खेलों(मज़ेदार खेल) में से एक है।

चीज़ रोलिंग क्या है?
चीज़ रोलिंग एक पारंपरिक खेल है जो इंग्लैंड के ग्लूसेस्टरशायर (Gloucestershire) में कूपर हिल (Cooper’s Hill) पर हर साल आयोजित किया जाता है। इस खेल में, एक गोल चीज़ (Double Gloucester Cheese) को पहाड़ी से नीचे लुढ़काया जाता है, और प्रतिभागियों को इसे पकड़ने के लिए तेज़ी से भागना पड़ता है। खेल का नियम बहुत सरल है – जो भी सबसे पहले फिनिश लाइन पर पहुँचता है, वही विजेता होता है।
खेल की शुरुआत कैसे हुई?
इस खेल की शुरुआत को लेकर कई कहानियां हैं, लेकिन माना जाता है कि यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि यह खेल प्राचीन काल में अच्छी फ़सल के लिए एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में शुरू हुआ था। धीरे-धीरे यह एक स्थानीय त्योहार और फिर एक अंतरराष्ट्रीय आकर्षण बन गया।
चीज़ रोलिंग कैसे खेला जाता है?
- चीज़ को लुढ़काना: खेल की शुरुआत में 4 किलोग्राम का चीज़ पहाड़ी से नीचे लुढ़काया जाता है।
- भागने की होड़: प्रतिभागी चीज़ को पकड़ने की कोशिश करते हैं, हालांकि यह लगभग असंभव होता है क्योंकि चीज़ की गति बहुत तेज़ होती है।
- फिनिश लाइन: जो भी सबसे पहले फिनिश लाइन पर पहुंचता है, उसे विजेता घोषित किया जाता है और उसे वही चीज़ इनाम में मिलती है।
क्यों है यह खेल इतना ख़तरनाक?
इस खेल में भाग लेना आसान नहीं है। कूपर हिल बहुत खड़ी और ऊबड़-खाबड़ होती है, जिस कारण लोग दौड़ते-दौड़ते गिर जाते हैं, लुढ़क जाते हैं और कई बार चोटिल भी हो जाते हैं। हालांकि, रोमांच और मज़ा लेने के लिए लोग हर साल इसमें भाग लेते हैं।
दुनिया भर में प्रसिद्धि
आज चीज़ रोलिंग सिर्फ़ इंग्लैंड तक सीमित नहीं है। इस खेल की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि दुनिया भर से लोग इसमें हिस्सा लेने आते हैं। यहां तक कि कई देशों में इसी तरह की चीज़ रोलिंग प्रतियोगिताएं आयोजित होने लगी हैं।
अगर आप एक रोमांचक, मज़ेदार और अजीबोगरीब खेल का अनुभव लेना चाहते हैं, तो चीज़ रोलिंग आपके लिए परफेक्ट हो सकता है! यह सिर्फ़ एक खेल नहीं बल्कि एक परंपरा, हंसी-मज़ाक और एडवेंचर का अनोखा संगम है। तो अगली बार जब आप इंग्लैंड जाएं, तो इस खेल को देखने या इसमें भाग लेने का मौका ज़रूर लें!
5. मज़ेदार खेल- बोग स्नोर्कलिंग (Bog Snorkeling)
कुछ खेल इतने अनोखे होते हैं कि वे हंसी और रोमांच दोनों का मजा देते हैं। ऐसा ही एक मजेदार और रोमांचक खेल है – बॉग स्नॉर्कलिंग(Bog Snorkeling)। यह खेल सुनने में जितना अजीब लगता है, करने में उतना ही ज्यादा मजेदार और चुनौतीपूर्ण होता है।

क्या है बॉग स्नॉर्कलिंग?
बॉग स्नॉर्कलिंग एक एडवेंचर स्पोर्ट है, जिसमें प्रतिभागियों को गहरे कीचड़ से भरे पानी (बॉग) में स्नॉर्कलिंग गियर पहनकर तैरना होता है। यह खेल वेल्स (Wales) के लनवर्थीड वेल्स क्षेत्र में पहली बार 1976 में आयोजित किया गया था और अब यह एक इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट बन चुका है। इसमें खिलाड़ी कीचड़ से भरी नहर (बॉग) में बिना हाथों का उपयोग किए केवल पैरों की मदद से फिन्स (तैराकी के फ्लिपर्स) पहनकर आगे बढ़ते हैं।
बॉग स्नॉर्कलिंग के नियम
- स्नॉर्कल और फिन्स ज़रूरी – खिलाड़ी को स्नॉर्कल (सांस लेने की ट्यूब) और फिन्स (तैराकी पैडल) पहनने होते हैं।
- हाथों का इस्तेमाल मना – खिलाड़ी सिर्फ पैरों की मदद से आगे बढ़ सकते हैं, हाथों का उपयोग करना सख्त मना है।
- कीचड़ से भरी नहर में तैरना – प्रतियोगियों को लगभग 55 मीटर लंबी कीचड़ से भरी नहर में दो बार जाना होता है।
- तेज़ गति ज़रूरी – जो खिलाड़ी सबसे तेज़ समय में दूरी पूरी करता है, वही विजेता बनता है।
क्यों है यह खेल इतना लोकप्रिय?
- मज़ेदार अनुभव – कीचड़ में तैरना और सांस लेना अपने आप में एक अनोखा और हंसी से भरपूर अनुभव होता है।
- एडवेंचर और चुनौती – खिलाड़ियों को कीचड़ और ठंडे पानी के बीच संतुलन बनाए रखना पड़ता है, जो इसे और रोमांचक बनाता है।
- पर्यटन आकर्षण – वेल्स में हर साल इस खेल के लिए हजारों दर्शक और खिलाड़ी आते हैं, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन का केंद्र बन गया है।
- गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड – इस खेल में कई खिलाड़ियों ने सबसे तेज़ समय में ट्रैक पूरा करने के लिए रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
बॉग स्नॉर्कलिंग इवेंट्स और प्रसिद्ध स्थान
यह खेल अब केवल वेल्स तक सीमित नहीं है, बल्कि इंग्लैंड, आयरलैंड, स्कॉटलैंड और यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया और स्वीडन जैसे देशों में भी आयोजित किया जाता है। वेल्स में हर साल वर्ल्ड बॉग स्नॉर्कलिंग चैंपियनशिप होती है, जिसमें दुनियाभर से खिलाड़ी भाग लेते हैं।
क्या आपको बॉग स्नॉर्कलिंग ट्राई करनी चाहिए?
अगर आप कुछ नया और मजेदार करना चाहते हैं, तो यह खेल आपके लिए एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है। यह न केवल हंसी से भरपूर है, बल्कि आपकी तैराकी क्षमता और सहनशक्ति की भी परीक्षा लेता है।
बॉग स्नॉर्कलिंग एक अनोखा, मजेदार और रोमांच से भरा खेल है, जिसे देखने और खेलने दोनों में जबरदस्त आनंद आता है। अगर आप किसी एडवेंचर और हंसी-मज़ाक से भरे खेल की तलाश में हैं, तो बॉग स्नॉर्कलिंग आपके लिए परफेक्ट चॉइस हो सकता है!
अगर आप सोचते हैं कि खेल सिर्फ गंभीर और प्रतिस्पर्धी होते हैं, तो यह सूची आपकी सोच बदल सकती है। दुनिया भर में ऐसे कई खेल हैं, जो लोगों को हंसाने के लिए बनाए गए हैं और इन्हें खेलते समय हर किसी का मज़ा दोगुना हो जाता है। अगली बार जब आप बोरियत महसूस करें, तो इनमें से किसी भी खेल को देखने या खेलने की कोशिश करें – मज़ा गारंटी है!
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